बाहें फैलाना सिखा दिया
रंग भर के चमन में
सैर करना सिखा दिया।
जब भी घिरा मायूसियों से
या तन्हा हुआ तन्हाइयों से
तेरी इनायतों ने , कन्हैया
दिल को गाना सिखा दिया।
ज़िन्दा हैं मेरी चकल्लसें
तेरे ही रहमो-करम से
दिल में उल्फ़त के गीत भरके
गुनगुनाना सिखा दिया।
उफ़क को देके शफ़क के रंग
आसमानों को देके उड़ते विहंग
फूलों को बख़्शा के रूप-रंग
मुस्कुराना सिखा दिया।
उफ़क=horizon. शफ़क=dawn/dusk colors.
ओम् शान्ति:
अजित सम्बोधि
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