खुलेपन में इमकान का अंबार लगा होता है
फूल जब खुलता है, खिलखिलाने लगता है
खुला दिल हो तो चेहरा भी , खिला होता है।
खिले चेहरों में नामचीन ख़सूसियतें होती हैं
जैसे उनकी आँखें बेलौस शफ़्फ़ाफ़ होती हैं
और खिलावट को मुकम्मल , करने के लिए
उनके लबों के कोनों पे इक मुस्कान होती है।
खुला दिल होने को ज़रूरी है ख़ुशदिल होना
ख़ुशदिली के लिए ज़रूरी है , ख़ुशकुन होना
ख़ुशकुन होने के लिए दिल में रौशनी चाहिए
रौशनी के लिए ज़रूरी है रौशनदान का होना।
रौशनी आने दीजिए, रौशनदान खोल दीजिए
दकियानूसी छोड़ कर, दरवाज़ा खोल दीजिए
दकियानूस जबरन जफ़ाकार था, मरदूद था
उसे छोड़िए, दिल को आसमान बनने दीजिए।
इमकान=possibility. बेलौस=पाक साफ़।
शफ़्फ़ाफ़=Transparent. ख़ुशकुन=ख़ुश करने वाला।
जफ़ाकार=ज़ालिम। मरदूद= रद्दी।
ओम् शान्ति:
अजित सम्बोधि।
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