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Thursday, May 19, 2022

दोहों में फैशन

 फैशन  के  बाजार  में , फैशन  के  परिधान 

फैशन सिर पै चढ़ि रही, नहि फैशन सो ज्ञान । 


फैशन  को  समझे  नहीं, वा  सो  मूरख  कौन 

सब  कोई  गिट  पिट  करे, वा  ठाड़ो  है  मौन ।


पीज़ा बरगर कोला , ब्रेड बटर  सब  जानें

फैशन के  मारे परि ,  छाछ  नहीं पहिचानें। 


अल्थी पल्थी मार के, जीवण करो न जाइ

फैशन के काँटे बिना, मुख में ग्रास न जाइ ।


पैर छुअत    में कऊॅ,  रीढ़  न टूट ई जाइ

फैशन  की  बारात में,  सब करें हाइ हाइ ।

 

नेता  या फिर अभिनेता, फैशन  सबको भाइ

कोट, पेंट,  टाई,  बिना , छात्र  क्योंकर  जाइ ?


फैशन के बाजार में, ढूँढत   अपनी जात

फटी पेंट, टैटू बिना , बने  न  कोई  बात।


जब  तक  फैशन  ना  करो, कोई  पूछत  नाँहि

सब  सोचत  या   अनपढ़ो , जाकूँ  देउ  भगाहि ।


फैशन  में  फैशन  रहे, फैशन  कहूँ  न  जाइ

कोई  जो  चाहे  कहो , फैशन  खूब   सुहाइ।


जैसे पूड़ी नहि बने, बिन  गेहूँ के चून

तैसे फैशन के बिना, सब लागे है सून।

हाइ= Hi!

ओम् शान्ति:

अजित सम्बोधि ।


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